तेरी उस पहली नज़र के जादू से,
यह आशिक़ अब तक उभरा नहीं,
सोने की बहुत कोशिश की मैने,
पर तेरे बगैर सपने में और कुछ दिखा नहीं..
पहली मोहब्बत की शायरी
वो नाम-ए-वफ़ा से भी डरते हैं न जाने क्यों,
हम वफ़ा भी बेवफ़ा कहलाते हैं न जाने क्यों,
ये अदाएं हैं उनकी या हक़ीक़त उनके उदास दिल की,
हसीनों के जुल्म भी हैं खूबसूरत दोस्त न जाने क्यों..
पहली मोहब्बत की शायरी
जब ख़ामोश निगाहों से बात होती है,
तो ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
हम तो बस खोए ही रहते हैं उनके ख्यालों में,
पता नहीं चलता कब दिन कब रात होती है..
पहली मोहब्बत की शायरी
अब हमें उनसे मोहब्बत सी हो गई है,
पहली नजर से वो दिल में बस गई है,
चाहकर भी हम उसे भूल नही सकते,
उनकी सांसो से अब मेरी सांसे जूड गई..
पहली मोहब्बत की शायरी
ना जाने क्यों अब हर एक तारा मुझे घूरने लगा हैं,
मिले हो जब से तुम हमे जाने क्यों हर लम्हा,
मोहब्बत से भरने लगा है..
पहली मोहब्बत की शायरी
नजर तेरी जब झुकती है,
तो तेरी तारीफ करने को मन करता है,
तुम्हे अपने जान से भी ज्यादा ये दिल प्यार करता है..
पहली मोहब्बत की शायरी
पहली नज़र भी आप की उफ़ किस बला की थी,
हम आज तक वो चोट हैं दिल पर लिए हुए..
पहली मोहब्बत की शायरी
आपकी नज़रों ने जो किया इशारा,
भुला दिया हमने सारा जमाना,
अब से ये साथ रहेगा हमेशा,
ये आप से वादा रहा हमारा..
पहली मोहब्बत की शायरी
पहली नजर में लगा वो मेरी है,
आँखें उसकी झील सी गहरी हैं,
प्रोपोज़ कर कर के थक गए हम,
अब पता चला वो तो बहरी है..
पहली मोहब्बत की शायरी
प्यार की पहली नज़र हम पर कर गई ऐसा असर,
हुआ जब बेकरार दिल हमारा,
होंठों पर रह गया बस नाम तुम्हारा..