प्यार में रुस्वाई पर शायरी

कर के प्यार हम प्यार के गुनहगार हो गए. रुस्वाई और बदनामी का डर तो. प्यार करने भी न पाया था कि रुस्वाई..

प्यार में रुस्वाई पर शायरी

कुछ इल्जाम रह गए हो तो वह भी लगा दो, इतनी ही परेशानी है मुझसे, तो आओ मेरा गला दबा दो..

प्यार में रुस्वाई पर शायरी

कभी कभी मैं एक बार में सब कुछ महसूस कर लेती हूं, अगले पल मुझे कुछ भी महसूस नहीं होता है, मुझे नहीं पता कि क्या बुरा है, लहरों के नीचे डूबना या प्यास से मरना..

प्यार में रुस्वाई पर शायरी

जिंदगी अभी उदास ना होना, कभी किसी बात पर निराश ना होना, यह जिंदगी एक संघर्ष है चलती ही रहेगी, कभी अपने जीने का अंदाज ना खोना..

प्यार में रुस्वाई पर शायरी

मेरे प्यार को तू न समज सकी जान, मेरे इश्क को तू न पहचान सकी जान, अरे में पागल थी तेरे प्यार मै, मेरा पागल पन थे तेरे लिए तू न समज सके जान..

प्यार में रुस्वाई पर शायरी

प्यार के एक पहलू में मजा है और दूसरे में दुख, खफा होना अलग बात है और बिछड़ जाना अलग…

प्यार में रुस्वाई पर शायरी

रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है, ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है, हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू, ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है..

प्यार में रुस्वाई पर शायरी

कुछ लोग किस्मत की तरह होते है,  जो केवल दुआ से मिलते है, और कुछ लोग दुआ की तरह होते हैं, जो किस्मत बदल देते हैं..