आँसू भी आते हैं और,
दर्द भी छुपाना पड़ता है,
ये जिंदगी है साहब यहां,
जबरदस्ती भी मुस्कुराना पड़ता है..
dard bhari shayari mere akelepan aur bebasi ki
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम..
dard bhari shayari mere akelepan aur bebasi ki
तेरे ऐसे सच्चे आशिक़ है हम,
दिल मे जिसके प्यार न हो कभी कम,
सच्चे प्यार में तो ज़िन्दगी महक जाती है,
ना जाने हमारी आँखे क्यों है नम..
रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है,
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है,
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू,
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है..
dard bhari shayari mere akelepan aur bebasi ki
छिपा कर दर्द अपनी हंसी में,
मै अंदर से खोखला हो रहा हूं,
क्या सुन सकता है तू मेरी आवाज़,
मै आज भी सिर्फ तेरे लिए रो रहा हूँ..
dard bhari shayari mere akelepan
मतलब की दुनिया थी,
इसलिए छोड़ दिया सबसे मिलना,
वरना ये छोटी सी उम्र,
तन्हाई के काबिल नही थी..
dard bhari shayari mere akelepan
मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है,
ये कागज कलम ये गजल आख़िरी है,
मैं फिर ना मिलूँगा कहीं ढूंढ लेना,
तेरे दर्द का अब ये असर आख़िरी है….
वो देता है दर्द बस हमी को,
क्या समझेगा वो इन आँखों की नमी को,
चाहने वालों की भीड़ से घिरा है जो हर वक़्त,
वो महसूस क्या करेगा बस एक हमारी कमी को..
मुझे समझने का दौर कभी क्यूँ नही होता,
मुझसा मजबूर कभी तू क्यूँ नहीं होता,
क्या फ़र्क़ है तेरी वफ़ा और मेरी वफ़ा में,
मुझे बेहिसाब हो तुझे दर्द क्यूँ नहीं होता..